*हुज़ूर एक हुक्म हम पे भी फ़रमाइये , आ जाइये खुद या फिर हमें बुलाइये !
*क़दर करलो उनकी जो तुमसे बिना मतलब की चाहत करते हैं.. दुनिया में ख्याल रखने वाले कम और तकलीफ देने वाले ज़्यादा होते है..!
*सोचता हु हर कागज पे तेरी तारीफ करु, फिर खयाल आया कहीँ पढ़ने वाला भी तेरा दीवाना ना हो जाए।
*सुना है तुम ज़िद्दी बहुत हो,मुझे भी अपनी जिद्द बना लो !!
*लोग कहते हैं किसी एक के चले जाने से जिन्दगी अधूरी नहीं होती,लेकिन लाखों के मिल जाने से उस एक की कमी पूरी नहीं होती है……
*तू मिले या ना मिले ये तो और बात है, मैं कोशिश भी ना करूँ, ये तो गलत बात है॥
*ना हीरों की तमन्ना है और ना परियों पे मरता हूँ.. वो एक “भोली” सी लडकी हे जिसे मैं मोहब्बत करता हूँ !!
*उसकी हर एक शिकायत देती है मुहब्बत की गवाही.. अजनबी से वर्ना कौन हर बात पर तकरार करता है ?
*मुहब्बत में झुकना कोई अजीब बात नहीं; चमकता सूरज भी तो ढल जाता है चाँद के लिए।
*सोचते हैं जान अपनी उसे मुफ्त ही दे दें, इतने मासूम खरीदार से क्या लेना देना।
*दोस्ती इन्सान की ज़रुरत है! दिलों पर दोस्ती की हुकुमत है! आपके प्यार की वजह से जिंदा हूँ! वरना खुदा को भी हमारी ज़रुरत है!
*अगर हम सुधर गए तो उनका क्या होगा जिनको हमारे पागलपन से प्यार है
*तड़प के देखो किसी की चाहत में, तो पता चलेगा, कि इंतजार क्या होता है, यूं ही मिल जाए, कोई बिना चाहे, तो कैसे पता चलेगा कि प्यार क्या होता है.
*जरा देखो तो ये दरवाजे पर दस्तक किसने दी है, अगर ‘इश्क’ हो तो कहना, अब दिल यहाँ नही रहता..
*जब तू दाँतो मे क्लिप दबा कर, खुले बाल बांधती है…!!! कसम से एक बार तो जिंदगी, वही रुक जाती हैं..☺
*ये आशिको का ग्रुप है जनाब..!! यहाँ दिन सुरज से नही, दीदार से हुआ करते है !!!
*तस्वीर बना कर तेरी आस्मां पे टांग आया हूँ और लोग पूछते हैं आज चाँद इतना बेदाग़ कैसे है ।
*गर्मी तो बोहत पढ़ रही है। फिर भी उनका दिल पिघलने का नाम ही नहीं ले रहा ।
*हसरत है सिर्फ तुम्हें पाने की, और कोई ख्वाहिश नहीं इस दीवाने की, शिकवा मुझे तुमसे नहीं खुदा से है, क्या ज़रूरत थी, तुम्हें इतना खूबसूरत बनाने की !!
*क़दर करलो उनकी जो तुमसे बिना मतलब की चाहत करते हैं.. दुनिया में ख्याल रखने वाले कम और तकलीफ देने वाले ज़्यादा होते है..!
*सोचता हु हर कागज पे तेरी तारीफ करु, फिर खयाल आया कहीँ पढ़ने वाला भी तेरा दीवाना ना हो जाए।
*सुना है तुम ज़िद्दी बहुत हो,मुझे भी अपनी जिद्द बना लो !!
*लोग कहते हैं किसी एक के चले जाने से जिन्दगी अधूरी नहीं होती,लेकिन लाखों के मिल जाने से उस एक की कमी पूरी नहीं होती है……
*तू मिले या ना मिले ये तो और बात है, मैं कोशिश भी ना करूँ, ये तो गलत बात है॥
*ना हीरों की तमन्ना है और ना परियों पे मरता हूँ.. वो एक “भोली” सी लडकी हे जिसे मैं मोहब्बत करता हूँ !!
*उसकी हर एक शिकायत देती है मुहब्बत की गवाही.. अजनबी से वर्ना कौन हर बात पर तकरार करता है ?
*मुहब्बत में झुकना कोई अजीब बात नहीं; चमकता सूरज भी तो ढल जाता है चाँद के लिए।
*सोचते हैं जान अपनी उसे मुफ्त ही दे दें, इतने मासूम खरीदार से क्या लेना देना।
*दोस्ती इन्सान की ज़रुरत है! दिलों पर दोस्ती की हुकुमत है! आपके प्यार की वजह से जिंदा हूँ! वरना खुदा को भी हमारी ज़रुरत है!
*अगर हम सुधर गए तो उनका क्या होगा जिनको हमारे पागलपन से प्यार है
*तड़प के देखो किसी की चाहत में, तो पता चलेगा, कि इंतजार क्या होता है, यूं ही मिल जाए, कोई बिना चाहे, तो कैसे पता चलेगा कि प्यार क्या होता है.
*जरा देखो तो ये दरवाजे पर दस्तक किसने दी है, अगर ‘इश्क’ हो तो कहना, अब दिल यहाँ नही रहता..
*जब तू दाँतो मे क्लिप दबा कर, खुले बाल बांधती है…!!! कसम से एक बार तो जिंदगी, वही रुक जाती हैं..☺
*ये आशिको का ग्रुप है जनाब..!! यहाँ दिन सुरज से नही, दीदार से हुआ करते है !!!
*तस्वीर बना कर तेरी आस्मां पे टांग आया हूँ और लोग पूछते हैं आज चाँद इतना बेदाग़ कैसे है ।
*गर्मी तो बोहत पढ़ रही है। फिर भी उनका दिल पिघलने का नाम ही नहीं ले रहा ।
*हसरत है सिर्फ तुम्हें पाने की, और कोई ख्वाहिश नहीं इस दीवाने की, शिकवा मुझे तुमसे नहीं खुदा से है, क्या ज़रूरत थी, तुम्हें इतना खूबसूरत बनाने की !!
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