जिस जिस ने मुहब्बत में, अपने महबूब को खुदा कर दिया,
खुदा ने अपने वजूद को बचाने के लिए, उनको जुदा कर दिया
मेरे दिल से खेल तो रहे हो तुम पर जरा सम्भल के,
ये थोडा टूटा हुआ है कहीं तुम्हे ही लग ना जाए.
धोखा देने के लिए #शुक्रिया पगली कि,
#तुम ना मिलती तो #दुनिया_समझ में #ना आती.
इरादा कत्ल का था तो ~मेरा सर कलम कर देते,
क्यू इश्क मे डाल कर तुने ~हर साँस पर मौत लिख दी.
हुस्न वाले जब तोड़ते हैं दिल किसी का,
बड़ी सादगी से कहते है मजबूर थे हम.
लुट लेते है अपने ही वरना,
गैरों को कहां पता इस दील की दीवार कहां से कमजोर है.
क़यामत के रोज़ फ़रिश्तों ने जब माँगा उससे ज़िन्दगी का हिसाब,
ख़ुदा, खुद मुस्कुरा के बोला, जाने दो, ‘मोहब्बत’ की है इसने.
कल रात मैंने अपने सारे ग़म,
कमरे की दीवार पर लिख डाले,
बस फिर हम सोते रहे और दीवारे रोती रही.
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