- न जाने कैसे सांचे में ढल रहे हैं लोग
किसी से वादा करके, किसी और के जीवनसाथी बन रहे हैं लोग. - माना तुम पत्थर दिल हीं सही
पर तुम्हारे दिल पर लिखा मेरा नाम… तुम मिटाओगे कैसे
क्योंकि पत्थरों पर लिखे नाम कभी मिटा नहीं करते. - बेवफाई के इस दौर में, वफा बस मिलती है.. किताबों में
प्यार किसी को नहीं मिलता यहाँ, अब तो प्यार बस मिलता है ख्वाबों में. - उसने मौत से रु-ब-रु कराया हमें, किसी और की हमसफर बनकर
- अभी बेवफाओं से….. दिल की पहचान बाकी है
इश्क में अभी, कुछ और इम्तिहान बाकी हैं. - कुछ इस तरह मौत का मतलब समझा दिया उसने
मुझे अलविदा कहकर, किसी और का घर बसा दिया उसने
मुझे रह-रह के याद आता है, तेरा प्यार से मुझे गले गलाना - अजब होती है इश्क की दास्ताँ, बिछड़कर भी प्रेमी कब जुदा होते हैं
कभी वो मेरी आँखों में सपने बनकर रहा करती थी,
अब भी है वो साथ मेरे, फर्क बस इतना है.. अब आँसू बनकर बहा करती है.
सबसे छुपकर तेरा…. मुझसे मिलने आना
सबको भूलकर मेरी बाँहों में… तेरा खो जाना
पर अब पल-पल रुलाता है मुझे…. तेरा किसी और का हो जाना.
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